6 mukhi rudraksha benefits in hindi
6 Mukhi Rudraksha Benefits in Hindi:- हिंदू धर्म में रुद्राक्ष का होना बहुत ही शुभ माना जाता है कुछ लोग का मानना है कि,रुद्राक्ष की उत्पत्ति भगवान शिव के आंसुओं से हुई थी जो भगवान शिव का प्रतीक माना जाता है रुद्राक्ष मुख्यतः धार्मिक कार्यों के लिए प्रयोग किया जाता है जो मानसिक शांति तथा अन्य प्रकार के लाभ में प्रयोग किया जाता है परंतु रुद्राक्ष कई मुखी होते हैं जिनके अलग-अलग ही फायदे हैं परंतु आज हम इस लेख में 6 मुखी रुद्राक्ष के बारे में संपूर्ण जानकारी देंगे तो कृपया इस लेख को ध्यान से पढ़ें।
6 Mukhi Rudraksha Benefits in Hindi
6 मुखी रुद्राक्ष से हमें यह मालूम होता है कि इस रुद्राक्ष में छह मुख होते हैं माना जाता है कि यह रुद्राक्ष भगवान कार्तिकेय जो भगवान शिव के जेस्थर पुत्र के प्रतीक के रूप में जाना जाता है जो युद्ध के देवता हैं इसके इसको धारण करने से शौर्य वीरता और विजय का अनुभव होता है 6 मुखी रुद्राक्ष का आकार साधारणत:गोल या अंडाकार हो सकता है जिस पर 6 स्पष्ट रेखाएं होती हैं यदि किसी भी रुद्राक्ष में रेखाएं दिखाई नहीं दे रही है तो रुद्राक्ष सही नहीं है अगर आप किसी भी रुद्राक्ष को धारण करने जा रहे हैं तो कृपया उस पर रेखाओं का होना सुनिश्चित कर लें 6 मुखी रुद्राक्ष जो शक्तिशाली और प्रभावी रन को प्राप्त करने के लिए प्रयोग किया जाता है इसको धारण करने से आपके अंदर सकारात्मक ऊर्जाएं का अनुभव होता है।
- Read More :- करेले का जूस
- Read More :- Chia Seeds Benefits
6 मुखी रुद्राक्ष के लाभ
- व्यक्तित्व में सुधार और आत्मविश्वास में वृद्धि:
6 मुखी रुद्राक्ष धारण करने से व्यक्ति के अंदर आत्मविश्वास का अनुभव होता है। इसको पहनने से व्यक्ति के व्यक्तित्व में निखार आने लगता है और वह समाज में सम्मानित और प्रभावशाली नजर से देखा जाता है। यह रुद्राक्ष मानसिक रूप से मजबूत प्रभावशाली बनाता हैं।
- मनोबल में वृद्धि:
6 मुखी रुद्राक्ष धारण करने से तनाव, चिंता और अवसाद को दूर करने में सहायक मिलती है। जबकि यह मानसिक शांति प्रदान करता है और व्यक्ति को मानसिक तनाव से राहत देता है। साथ ही, यह मानसिक स्थिरता और ताजगी बनाए रखने में मदद करता है।
- धन और समृद्धि में वृद्धि:
बहुत लोग 6 मुखी रुद्राक्ष को आर्थिक लाभ और समृद्धि के लिए भी उपयुक्त करते है। इसे पहनने से व्यक्ति के व्यवसाय या कामकाजी जीवन में वृद्धि होती है।
6 मुखी रुद्राक्ष पहनने के फायदे
Read More :- Is white Lily good for skin care ?
- वैवाहिक जीवन में सुख-शांति:
जिस भी व्यक्ति को जीवन में विवाहित जीवन से शांति और सुख नहीं मिल रहा उसे 6 मुखी रुद्राक्ष का उपयोग करना चाहिए। यह रुद्राक्ष दांपत्य जीवन में सामंजस्य बनाए रखने में मदद करता है और पति-पत्नी के बीच प्रेम और समझ को बढ़ाता है। इसके पहनने से रिश्तों में मिठास आती है और आपसी विश्वास मजबूत होता है।
- शरीर और मन की शांति:
6 मुखी रुद्राक्ष का प्रभाव शरीर और मन दोनों पर पड़ता है। यह रुद्राक्ष शारीरिक बीमारियों से बचाव करता है और शरीर को स्वस्थ बनाए रखता है। साथ ही, यह मानसिक शांति और संतुलन बनाए रखने में भी मदद करता है। यह व्यक्ति को निरंतर ऊर्जा और उत्साह प्रदान करता है।
- विद्यार्थियों के लिए फायदेमंद:
6 मुखी रुद्राक्ष में भगवान कार्तिकेय के अलावा माता सरस्वती की भी कृपया होती है। जो भी विद्यार्थियों पढ़ाई में कमजोर हैं उसे 6 मुखी रुद्राक्ष का उपराग करना चाहिए। जिन विद्यार्थी को नौकरी हेतु परीक्षा बार बार देना पड़ता है उसे 6 मुखी रुद्राक्ष को पहनाना छैया जिसे सफलता मिलती है।
- पारिवारिक जीवन में शांति:
जिस भी पारिवारिक जीवन में कभी-कभी टकराव और विवाद होते हैं, उन्हें 6 मुखी रुद्राक्ष को पहनाना चाहिए जिससे शांति और सामंजस्य बना रहता है। यह रुद्राक्ष पारिवारिक संबंधों को मजबूत बनाता है और घर के वातावरण को शांतिपूर्ण बनाता है।
- कष्टों से मुक्ति:
6 मुखी रुद्राक्ष पहनने से व्यक्ति को जीवन के विभिन्न कष्टों से मुक्ति मिलती है। यह रुद्राक्ष व्यक्ति को मानसिक और शारीरिक कष्टों से राहत देता है और जीवन को अधिक सुखमय बनाता है। साथ ही, यह नकारात्मक ऊर्जा से भी बचाता है और व्यक्ति को सकारात्मक दिशा में अग्रसर करता है।
- भगवान कर्तिकेय का आशीर्वाद:
6 मुखी रुद्राक्ष भगवान कर्तिकेय का प्रतीक है, जो युद्ध के देवता हैं। भगवान कर्तिकेय की कृपा से व्यक्ति को जीवन में विजय और सफलता प्राप्त होती है। यह रुद्राक्ष पहनने से किसी भी प्रकार के विरोध या कठिनाइयों का सामना करने में सफलता मिलती है।
- योग और साधना में सहायक:
6 मुखी रुद्राक्ष का उपयोग ध्यान और योग साधना के दौरान भी किया जाता है। यह व्यक्ति को मानसिक शांति, एकाग्रता और ध्यान केंद्रित करने में मदद करता है। साधना के दौरान इसका प्रभाव सकारात्मक होता है और यह उच्च मानसिक स्थिति में पहुँचने में सहायक होता है।
6 मुखी रुद्राक्ष का पूजन विधि
6 मुखी रुद्राक्ष का सही तरीके से पूजन करना भी आवश्यक है। पूजन विधि इस प्रकार है:
- स्नान के बाद साफ हाथों से रुद्राक्ष को छुएं।
- रुद्राक्ष को गंगाजल से स्नान कराएं।
- रुद्राक्ष को ताम्र या चांदी की धागे में बांधकर पहनें।
- पूजन के समय “ॐ ह्रां ह्रीं ह्रौं” का जाप करें।
- पूजन के बाद रुद्राक्ष को श्रद्धा से धारण करें।